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MENU > ⦿ UDT - जन्मतः अंडाशय जागेवर नसणे.

⦿ डॉक्टर अर्जुन पवार हे एक अनुभवी बालरोग शल्यचिकित्सक (लहान मुलांचे सर्जन) आहेत जे छत्रपती संभाजीनगर (औरंगाबाद),महाराष्ट्र येथे गेल्या 10 वर्षापासून शहरातील विविध सर्जिकल हॉस्पिटलमध्ये कार्यरत आहेत. 

⦿ अंडाशय न उतरणे हे एक सामान्य जन्मजात दोष आहे ज्यामध्ये एक किंवा दोन्ही अंडाशय (अंडाशय) त्याच्या सामान्य स्थानावर पोहोचत नाहीत, जी अंडकोष आहे. अंडाशय न उतरणे सहसा शस्त्रक्रियेद्वारे उपचार केले जाते, जे अंडाशयांना त्याच्या सामान्य स्थानावर सुरक्षितपणे पोहोचण्यास मदत करते आणि गुंतागुंतींच्या जोखमी कमी करते.

⦿ अंडाशय न उतरणेचे निदान सहसा बाळाच्या जन्मावेळी किंवा लहान मुलाच्या बाळाच्या तपासणीदरम्यान केले जाते. जर अंडाशय न उतरणेचे निदान केले गेले तर, डॉक्टर सहसा 6 महिन्यांच्या वयापर्यंत शस्त्रक्रियेची शिफारस करतात. यामुळे अंडाशयांना त्याच्या सामान्य स्थानावर पोहोचण्यास आणि विकासाला प्रोत्साहन देण्यास मदत होते.

⦿ अंडकोष उतरणे सामान्यतः वयाच्या 6 महिन्यांपर्यंत होते, परंतु काही मुलांमध्ये ते वयाच्या 1 वर्षापर्यंत किंवा त्यानंतरही होऊ शकते. अंडकोष उतरणे असल्यास, मुलाला खालील समस्या उद्भवू शकतात:

✓ अंडकोषाचा कर्करोग

✓ अंडकोष उतरणे असल्यास, मुलाला नियमितपणे डॉक्टरांकडे तपासणीसाठी नेणे महत्त्वाचे आहे.

 

अंडकोष उतरणे यावर उपचार करण्यासाठी खालील पद्धती वापरल्या जाऊ शकतात:

 

✓  दबाव उपचार: डॉक्टर अंडकोषावर थोडासा दबाव आणून त्याला वृषणाच्या थैलीमध्ये हलवण्याचा प्रयत्न करू शकतात.

✓  शस्त्रक्रिया: जर दबाव उपचाराने यश मिळत नसेल, तर डॉक्टर शस्त्रक्रिया करू शकतात. अंडकोष उतरणे हे एक सामान्य आजार आहे ज्यावर उपचार केले जाऊ शकतात. योग्य उपचाराने, मुलाला कोणत्याही दीर्घकालीन समस्या उद्भवणार नाहीत.

 

⦿ जन्मापासून अंडाशय जागेवर नसणे म्हणजे अंडाशय (testis) त्यांच्या सामान्य स्थानावर, अंडकोषात (scrotum) नसणे. हे एक सामान्य जन्मजात दोष आहे जो दर 100 पुरुषांपैकी 1 ते 4 मध्ये आढळतो. अंडाशय सामान्यतः जन्माच्या वेळी अंडकोषात असतात, परंतु काही प्रकरणांमध्ये, ते अंडकोषात पोहोचण्यात अयशस्वी होतात.

 

अंडाशय न उतरणे दोन प्रकारचे असू शकते:

⦿ इन्क्राइनल ऍनड्रॉजेन अडथळा: या प्रकारात, अंडकोषात पोहोचण्यासाठी अंडाशयांना आवश्यक असलेल्या पुरुष संप्रेरकांची कमतरता असते.

⦿ अंडकोषात प्रवेशासाठी बाधा: या प्रकारात, अंडकोष अंडकोषात प्रवेश करण्यास प्रतिबंधित करणारे शारीरिक अडथळे असतात.

अंडाशय न उतरणे सहसा कोणतीही लक्षणे दर्शवत नाही. तथापि, काही प्रकरणांमध्ये, अंडाशय न उतरणे खालील लक्षणांशी संबंधित असू शकते:

✓ अंडकोषात असमानता

✓ अंडकोषात सूज

✓ अंडकोषात वेदना

अंडाशय न उतरणे काळजीपूर्वक निरीक्षण करणे आवश्यक आहे कारण ते काही गुंतागुंतींशी संबंधित असू शकते, जसे की:

✓ अंडकोषाच्या ट्यूमरचा धोका वाढतो

✓ अंडाशयातील अडथळे

✓ अंडाशयातील जळजळ

अंडाशय न उतरणे सहसा शस्त्रक्रियेद्वारे उपचार केले जाते. शस्त्रक्रियेचा उद्देश अंडाशय अंडकोषात सुरक्षितपणे स्थानांतरित करणे आहे. शस्त्रक्रिया सहसा लहान मुलांमध्ये केली जाते, तथापि प्रौढांमध्ये देखील केली जाऊ शकते.

डॉ. अर्जुन पवार UDT - जन्मतः अंडाशय जागेवर नसणे या आजाराची शस्त्रक्रिया लॅप्रोस्कोपी या पद्धतीत, लहान छिद्रांद्वारे शरीरात शस्त्रक्रिया करतात पण काही शस्त्रक्रियेचा प्रकार अंडाशयाच्या स्थितीवर अवलंबून असतो. जन्मतः अंडाशय जागेवर नसणे हा एक गंभीर आजार असू शकतो, परंतु योग्य वेळी आणि योग्य उपचाराने त्यावर उपचार केले जाऊ शकतात.

 

 ⦿  नवजात शिशुंच्या व लहान मुलांच्या (वयोगट 1 ते 20 ) शस्त्रक्रियेसाठी जर तुम्हाला तुमच्या नवजात शिशुसाठी किंवा बालकासाठी बालरोगतज्ञ सर्जनची आवश्यकता असेल तर, डॉक्टर Dr Arjun Pawar (बालरोग शल्यचिकित्सक) एक उत्तम पर्याय आहेत. ते एक कुशल आणि अनुभवी सर्जन आहेत जे नवजात शिशुंच्या व लहान मुलांच्या  शस्त्रक्रियेमध्ये विशेषज्ञ आहेत. ते तुमच्या रुग्णांना उच्च दर्जाची काळजी देतात आणि त्यांच्या प्रगत कौशल्यांचा व आधुनिक तंत्रज्ञानाचा वापर करून त्यांना बरे होण्यास मदत करतात. Dr अर्जुन पवार हे लहान मुलांच्या दुर्बीणद्वारे शस्त्रक्रियेमध्ये विशेषज्ञ आहेत. त्यांनी या क्षेत्रात अनेक वर्षांचा अनुभव आहे आणि त्यांनी अनेक यशस्वी शस्त्रक्रिया केल्या आहेत.

 

हिंदी मैं भाषांतर करे
⦿ डॉ. अर्जुन पवार एक अनुभवी बाल सर्जन (बाल सर्जन) हैं जो पिछले 10 वर्षों से छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद), महाराष्ट्र में विभिन्न सर्जिकल अस्पतालों में काम कर रहे हैं।

⦿ डिम्बग्रंथि अवतरण एक सामान्य जन्म दोष है जिसमें एक या दोनों अंडाशय (अंडाशय) अपने सामान्य स्थान तक नहीं पहुंचते हैं, जो अंडकोश है। एनोव्यूलेशन का इलाज आमतौर पर सर्जरी से किया जाता है, जो अंडाशय को सुरक्षित रूप से अपनी सामान्य स्थिति में लौटने में मदद करता है और जटिलताओं के जोखिम को कम करता है।

⦿ एनोव्यूलेशन का निदान आमतौर पर जन्म के समय या बच्चे की प्रसव पूर्व जांच के दौरान किया जाता है। यदि डिम्बग्रंथि विफलता का निदान किया जाता है, तो डॉक्टर आमतौर पर 6 महीने की उम्र तक सर्जरी की सलाह देते हैं। इससे अंडाशय को अपनी सामान्य स्थिति में पहुंचने में मदद मिलती है और विकास को बढ़ावा मिलता है।

⦿ टेस्टिकुलर डिसेंट आमतौर पर 6 महीने की उम्र में होता है, लेकिन कुछ बच्चों में यह 1 साल या उसके बाद भी हो सकता है। यदि अंडकोष नीचे नहीं उतरे हैं, तो बच्चे को निम्नलिखित समस्याओं का अनुभव हो सकता है:

✓ वृषण कैंसर

✓ यदि अंडकोष उतर नहीं रहा है, तो बच्चे को नियमित जांच के लिए डॉक्टर के पास ले जाना महत्वपूर्ण है।

टेस्टिकुलर प्रोलैप्स के इलाज के लिए निम्नलिखित तरीकों का उपयोग किया जा सकता है:

✓ दबाव उपचार: डॉक्टर अंडकोष पर हल्का दबाव डालकर अंडकोष को अंडकोश में ले जाने का प्रयास कर सकते हैं।

✓ सर्जरी: यदि दबाव का इलाज सफल नहीं होता है, तो डॉक्टर सर्जरी कर सकते हैं। टेस्टिकुलर प्रोलैप्स एक सामान्य स्थिति है जिसका इलाज किया जा सकता है। उचित उपचार से बच्चे को कोई दीर्घकालिक समस्या नहीं होगी।

⦿ जन्म से अंडाशय की अनुपस्थिति का मतलब है कि वृषण अंडकोश में अपनी सामान्य स्थिति में नहीं हैं। यह एक सामान्य जन्म दोष है जो प्रत्येक 100 पुरुषों में से 1 से 4 में होता है। जन्म के समय अंडाशय आमतौर पर अंडकोश में होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में, वे अंडकोश तक पहुंचने में विफल हो जाते हैं।

एनोव्यूलेशन दो प्रकार का हो सकता है:

⦿ अंतःस्रावी एण्ड्रोजन रुकावट: इस प्रकार में, अंडाशय द्वारा अंडकोष तक पहुंचने के लिए आवश्यक पुरुष हार्मोन की कमी होती है।

⦿ अंडकोष तक पहुंच में रुकावट: इस प्रकार में, शारीरिक बाधाएं होती हैं जो अंडकोष को अंडकोष में प्रवेश करने से रोकती हैं।

एनोव्यूलेशन में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होता है। हालाँकि, कुछ मामलों में, डिम्बग्रंथि विफलता निम्नलिखित लक्षणों से जुड़ी हो सकती है:

✓ अंडकोष में विषमता

✓ अंडकोष में सूजन

✓ अंडकोष में दर्द

एनोव्यूलेशन के लिए सावधानीपूर्वक निगरानी की आवश्यकता होती है क्योंकि यह कुछ जटिलताओं से जुड़ा हो सकता है, जैसे:

✓ वृषण ट्यूमर का खतरा बढ़ गया

✓ डिम्बग्रंथि रुकावट

✓अंडाशय की सूजन

एनोव्यूलेशन का इलाज आमतौर पर सर्जरी से किया जाता है। सर्जरी का उद्देश्य अंडाशय को सुरक्षित रूप से अंडकोश में स्थानांतरित करना है। सर्जरी आमतौर पर बच्चों पर की जाती है, हालाँकि यह वयस्कों पर भी की जा सकती है।

डॉ। अर्जुन पवार यूडीटी - अंडाशय की जन्मजात अनुपस्थिति के लिए सर्जरी लैप्रोस्कोपी में शरीर में छोटे चीरों के माध्यम से सर्जरी शामिल है, लेकिन सर्जरी का प्रकार अंडाशय की स्थिति पर निर्भर करता है। अंडाशय की जन्मजात अनुपस्थिति एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन सही समय पर और सही उपचार से इसका इलाज किया जा सकता है।

⦿ नवजात और बच्चे (आयु 1 से 20 वर्ष) की सर्जरी के लिए यदि आपको अपने नवजात शिशु या बच्चे के लिए बाल चिकित्सा सर्जन की आवश्यकता है, तो डॉ. अर्जुन पवार (बाल चिकित्सा सर्जन) एक बेहतरीन विकल्प हैं। वह एक कुशल और अनुभवी सर्जन हैं जो नवजात और बाल चिकित्सा सर्जरी में विशेषज्ञ हैं। वे आपके रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करते हैं और उन्हें ठीक होने में मदद करने के लिए अपने उन्नत कौशल और आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हैं। डॉ. अर्जुन पवार बाल चिकित्सा लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में विशेषज्ञ हैं। उनके पास इस क्षेत्र में वर्षों का अनुभव है और उन्होंने कई सफल सर्जरी की हैं।
Translate in English
⦿ Dr. Arjun Pawar is an experienced Pediatric Surgeon (Child Surgeon) who has been working in various surgical hospitals in Chhatrapati Sambhajinagar (Aurangabad), Maharashtra since last 10 years.

⦿ Ovarian undescension is a common birth defect in which one or both ovaries (ovaries) do not reach their normal location, which is the scrotum. Anovulation is usually treated with surgery, which helps the ovaries safely return to their normal position and reduces the risk of complications.

⦿ Anovulation is usually diagnosed at birth or during a child's prenatal check-up. If ovarian failure is diagnosed, doctors usually recommend surgery by 6 months of age. This helps the ovaries reach their normal position and promotes development.

⦿ Testicular descent usually occurs by age 6 months, but in some children it may occur by age 1 year or even later. If the testicles are undescended, the child may experience the following problems:

✓ Testicular cancer

✓ If the testicles are undescended, it is important to take the child to the doctor for regular check-ups.

The following methods can be used to treat testicular prolapse:

✓ Pressure treatment: Doctors may try to move the testicle into the scrotum by applying slight pressure to the testicle.

✓ Surgery: If pressure treatment is not successful, doctors may perform surgery. Testicular prolapse is a common condition that can be treated. With proper treatment, the child will not develop any long-term problems.

⦿ Absence of ovaries from birth means that the testes are not in their normal position, in the scrotum. It is a common birth defect that occurs in 1 to 4 out of every 100 men. The ovaries are usually in the scrotum at birth, but in some cases, they fail to reach the scrotum.

Anovulation can be of two types:

⦿ Endocrine Androgen Obstruction: In this type, there is a lack of male hormones needed by the ovaries to reach the testicles.

⦿ Obstruction to access to the testicles: In this type, there are physical barriers that prevent the testicles from entering the testicles.

Anovulation usually causes no symptoms. However, in some cases, ovarian failure may be associated with the following symptoms:

✓ Asymmetry in testicles

✓ Swelling in testicles

✓ Pain in testicles

Anovulation requires careful monitoring as it may be associated with certain complications, such as:

✓ Increased risk of testicular tumors

✓ Ovarian obstruction

✓ Inflammation of the ovaries

Anovulation is usually treated with surgery. The aim of the surgery is to safely transfer the ovaries into the scrotum. Surgery is usually performed on children, although it can also be performed on adults.

Dr. Arjun Pawar UDT - Surgery for Congenital Absence of Ovaries Laparoscopy involves surgery through small incisions in the body, but the type of surgery depends on the condition of the ovaries. Congenital absence of ovaries can be a serious condition, but it can be treated at the right time and with the right treatment.

 ⦿ For Neonatal and Child (Age 1 to 20) Surgery If you need a pediatric surgeon for your newborn or child, Dr Arjun Pawar (Pediatric Surgeon) is a great choice. He is a skilled and experienced surgeon who specializes in neonatal and pediatric surgery. They provide high quality care to your patients and use their advanced skills and modern technology to help them recover. Dr Arjun Pawar specializes in pediatric laparoscopic surgery. He has years of experience in this field and has performed many successful surgeries.
लहान बाळांचे आजार व उपचार (वयोगट 1 ते 20 )
उपलब्ध सुविधा.
⦿ नवजात शिशु शस्त्रक्रिया.
⦿ लहान मुलांच्या शस्त्रक्रिया.
⦿ जळालेल्या पेशंटचे उपचार.
⦿ लहान मुलांच्या - पोटाच्या, छातीच्या, मूत्रमार्गाच्या.
⦿ मेंदू व मणक्यावरील शस्त्रक्रिया.
⦿ प्रसूतीपूर्व सल्ला व मार्गदर्शन.
⦿ कॅन्सरचे निदान, सर्जरी व उपचार.
⦿ इंडॉस्कॉपी, ब्रोनोस्कोपी इत्यादी सुविधा.
⦿ बॅटरी, धातू व लोखंडी वस्तू गिळणे इत्यादी मॅनेजमेंट.
⦿ एक्सीडेंट व पॉलीट्रॉमा मॅनेजमेंट.
दुर्बीणद्वारे केल्या जाणाऱ्या बालकांच्या शस्त्रक्रिया.
⦿ छाती व पोटामधील पडदा नसणे. (C.D.H)
⦿ जठरा मधील गाठ (IHPS)
⦿ अपेंडिक्सचा त्रास. Appendicitis
⦿ लहान मुलांचे पित्ताशयातील खडे. Gall Stones.
⦿ आतडे उलट असणे (Intestinal malrotation)
⦿ लहान मुलांच्या अंडकोषाचे आजार.
⦿ लहान मुलांच्या फुफुसांचे आजार. Empyema
⦿ फुफुसांमधील गाठ Lung Cyst
Dr Arjun Pawar - Pediatric Surgeon

 डॉ. अर्जुन पवार | Dr. Arjun Pawar 
M.B.B.S. 
(
शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय औरंगाबाद.)
M.S General Surgery
(
सायन हॉसपिटल मुंबई)
M.Ch. Pediatric Surgery
(
के. ई.एम. हॉस्पिटल मुंबई)
D.N.B Pediatric Surgery
(
एन. ए. एम. एस. दिल्ली.)
FIAGES
(
दुर्बीणद्वारे शस्त्रक्रिया नाशिक.)-IAGES
FMAS
(दुर्बीण द्वारे शस्त्रक्रिया हैदराबाद)-AMASI

KNOW MORE

डॉक्टर अर्जुन पवार हे एक अनुभवी बालरोग शल्यचिकित्सक आहेत जे छत्रपती संभाजीनगर (औरंगाबाद), महाराष्ट्र येथे गेल्या 10 वर्षापासून शहरातील विविध सर्जिकल हॉस्पिटलमध्ये कार्यरत आहेत. ते लहान मुलांच्या सर्व प्रकारच्या शस्त्रक्रिया करण्यासाठी प्रशिक्षित आहेत, ज्यात जन्मजात दोष, अपघात आणि इतर आजार यांचा समावेश होतो.

त्यांनी त्यांचे शिक्षण खालील ठिकाणी पूर्ण केले आहे:

  • एम.बी.बी.एस. - शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय, औरंगाबाद
  • एम.एस. जनरल सर्जरी - LTMGH, सायन हॉस्पिटल, मुंबई
  • एम.सीएच. पीडियाट्रिक सर्जरी - के.ई.एम. हॉस्पिटल, मुंबई
  • डी.एन.बी. पीडियाट्रिक सर्जरी (NAMS) - दिल्ली
  • एफ.आय.ए.जी.इ.एस. - दुर्बिणीद्वारे शस्त्रक्रिया - नाशिक
  • एफ.एम.ए.एस. - दुर्बिणीद्वारे शस्त्रक्रिया - दिल्ली

डॉक्टर पवार हे एक उत्कृष्ट शस्त्रक्रिया डॉक्टर आहेत जे त्यांच्या कामात कुशल आणि अनुभवी आहेत. ते लहान मुलांच्या आरोग्यासाठी समर्पित आहेत आणि त्यांना त्यांचे सर्वोत्तम उपचार देण्यासाठी कटिबद्ध आहेत.

डॉक्टर पवार यांच्याकडे खालील कौशल्ये आणि अनुभव आहेत:

  • लहान मुलांच्या सर्व प्रकारच्या शस्त्रक्रिया करण्यासाठी प्रशिक्षित
  • जन्मजात दोष, अपघात आणि इतर आजार यांचे निदान आणि उपचार
  • दुर्बिणीद्वारे शस्त्रक्रिया करण्यास सक्षम
  • डॉक्टर पवार हे छत्रपती संभाजीनगर (औरंगाबाद) येथील एक लोकप्रिय बालरोग शल्यचिकित्सक आहेत. ते लहान मुलांच्या आरोग्यासाठी एक महत्त्वपूर्ण संसाधन आहेत.

"Dr Arjun Pawar" is a high-end skilled and experienced pediatric surgeon who has been working in various surgical hospitals in Chhatrapati Sambhajinagar (Aurangabad), Maharashtra, India for the past 10 years. He is a super specialist doctor in the surgical treatment of children ranging from day 1 of life to 20 years of age. He specialises in operating on newborns, Infants, and children up to 20 years of age.

Qualification:  Dr. Pawar completed his medical education at the following institutions:

MBBS - Government Medical College Aurangabad: Dr. Pawar received his Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery (MBBS) degree from the Government Medical College in Aurangabad, India.

MS General Surgery - LTMMC & LTMGH (Sion Hospital) Mumbai: Dr. Pawar received his Master of Surgery (MS) degree in general surgery from the Lokmanya Tilak Municipal General Hospital (LTMGH) in Sion, Mumbai, India.

MCh Pediatric Surgery - KEM Hospital Mumbai: Dr. Pawar received his Master of Chirurgie (MCh) degree in pediatric surgery from the KEM Hospital in Mumbai, India.

DNB Pediatric Surgery (NAMS) Delhi: Dr. Pawar received his Diploma in  National Board (DNB) degree in pediatric surgery from the National Academy of Medical Sciences (NAMS) in Delhi, India.

FIAGES- Laparoscopic Surgery Nashik: Dr. Pawar received his Fellowship in Laparoscopic surgery from Nashik region.

FMAS - Laparoscopic Surgery Delhi: Dr Pawar received his Fellowship of the Minimal Access Surgery (FMAS)- Laparoscopic surgery  from the Delhi

Dr Arjun Pawar - Pediatric Surgeon

 डॉ. अर्जुन पवार | Dr. Arjun Pawar 
M.B.B.S. 
(
शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय औरंगाबाद.)
M.S General Surgery
(
सायन हॉसपिटल मुंबई)
M.Ch. Pediatric Surgery
(
के. ई.एम. हॉस्पिटल मुंबई)
D.N.B Pediatric Surgery
(
एन. ए. एम. एस. दिल्ली.)
FIAGES
(
दुर्बीणद्वारे शस्त्रक्रिया नाशिक.)-IAGES
FMAS
(दुर्बीण द्वारे शस्त्रक्रिया हैदराबाद)-AMASI

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डॉक्टर अर्जुन पवार हे एक अनुभवी बालरोग शल्यचिकित्सक आहेत जे छत्रपती संभाजीनगर (औरंगाबाद), महाराष्ट्र येथे गेल्या 10 वर्षापासून शहरातील विविध सर्जिकल हॉस्पिटलमध्ये कार्यरत आहेत. ते लहान मुलांच्या सर्व प्रकारच्या शस्त्रक्रिया करण्यासाठी प्रशिक्षित आहेत, ज्यात जन्मजात दोष, अपघात आणि इतर आजार यांचा समावेश होतो.

त्यांनी त्यांचे शिक्षण खालील ठिकाणी पूर्ण केले आहे:

  • एम.बी.बी.एस. - शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय, औरंगाबाद
  • एम.एस. जनरल सर्जरी - LTMGH, सायन हॉस्पिटल, मुंबई
  • एम.सीएच. पीडियाट्रिक सर्जरी - के.ई.एम. हॉस्पिटल, मुंबई
  • डी.एन.बी. पीडियाट्रिक सर्जरी (NAMS) - दिल्ली
  • एफ.आय.ए.जी.इ.एस. - दुर्बिणीद्वारे शस्त्रक्रिया - नाशिक
  • एफ.एम.ए.एस. - दुर्बिणीद्वारे शस्त्रक्रिया - दिल्ली

डॉक्टर पवार हे एक उत्कृष्ट शस्त्रक्रिया डॉक्टर आहेत जे त्यांच्या कामात कुशल आणि अनुभवी आहेत. ते लहान मुलांच्या आरोग्यासाठी समर्पित आहेत आणि त्यांना त्यांचे सर्वोत्तम उपचार देण्यासाठी कटिबद्ध आहेत.

डॉक्टर पवार यांच्याकडे खालील कौशल्ये आणि अनुभव आहेत:

  • लहान मुलांच्या सर्व प्रकारच्या शस्त्रक्रिया करण्यासाठी प्रशिक्षित
  • जन्मजात दोष, अपघात आणि इतर आजार यांचे निदान आणि उपचार
  • दुर्बिणीद्वारे शस्त्रक्रिया करण्यास सक्षम
  • डॉक्टर पवार हे छत्रपती संभाजीनगर (औरंगाबाद) येथील एक लोकप्रिय बालरोग शल्यचिकित्सक आहेत. ते लहान मुलांच्या आरोग्यासाठी एक महत्त्वपूर्ण संसाधन आहेत.

"Dr Arjun Pawar" is a high-end skilled and experienced pediatric surgeon who has been working in various surgical hospitals in Chhatrapati Sambhajinagar (Aurangabad), Maharashtra, India for the past 10 years. He is a super specialist doctor in the surgical treatment of children ranging from day 1 of life to 20 years of age. He specialises in operating on newborns, Infants, and children up to 20 years of age.

Qualification:  Dr. Pawar completed his medical education at the following institutions:

MBBS - Government Medical College Aurangabad: Dr. Pawar received his Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery (MBBS) degree from the Government Medical College in Aurangabad, India.

MS General Surgery - LTMMC & LTMGH (Sion Hospital) Mumbai: Dr. Pawar received his Master of Surgery (MS) degree in general surgery from the Lokmanya Tilak Municipal General Hospital (LTMGH) in Sion, Mumbai, India.

MCh Pediatric Surgery - KEM Hospital Mumbai: Dr. Pawar received his Master of Chirurgie (MCh) degree in pediatric surgery from the KEM Hospital in Mumbai, India.

DNB Pediatric Surgery (NAMS) Delhi: Dr. Pawar received his Diploma in  National Board (DNB) degree in pediatric surgery from the National Academy of Medical Sciences (NAMS) in Delhi, India.

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